ज्योतिष रत्न - Gemstone

चांदी का प्रयोग करते समय रखें इन बातों का ध्यान!

चांदी एक चमकदार और सफेद धातु है, जो हमारे जीवन में हर रोज इस्तेमाल की जाती है। यह मुख्य धातु चांदी धार्मिक दृष्टि से भी बहुत पवित्र और सात्विक धातु का रूप कहलाती है।

हिंदू शास्त्रों की मानें तो चांदी का जन्म भगवान शिव शंकर के नेत्रों से हुआ था। यही नहीं, ज्योतिष में चांदी चंद्रमा और शुक्र से भी संबंध रखती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चांदी हमारे शरीर के जल तत्व और साथ ही कफ धातु को भी नियंत्रित करने में मदद करती है। चांदी मध्य मूल्यवान होने के कारण ज्यादा प्रयोग की जाती है, और इसलिए ही आम आदमी की जिंदगी में चांदी का बहुत ज्यादा महत्व है।

चांदी के प्रयोग करने के नियम –

• चांदी का छल्ला कनिष्ठा उंगली में धारण करना बहुत ही शुभ माना जाता है। चांदी को अगर आप पहनते हैं तो इससे अशुभ चंद्रमा शुभ प्रभाव देना शुरू कर देगा और आपका मन का संतुलन भी बहुत अच्छा हो जाता है।

• चांदी की चेन को आप गले में भी धारण कर सकते हैं, क्योंकि इसे धारण करने से आपकी वाणी शुद्ध हो जाती है और हार्मोंस भी संतुलित रहते हैं। यही नहीं, वाणी और मन भी इससे एकाग्र रहते हैं।

• बता दें कि शुद्ध चांदी का कड़ा धारण करने से वात पित्त और कफ नियंत्रित रहता है और आपका शरीर भी स्वस्थ रहता है। इसे धारण करने से आप जल्दी-जल्दी बीमार भी नहीं पड़ते हैं।

• चांदी के गिलास या फिर कटोरी में पानी पीने से सर्दी जुकाम और शीतजन्य रोग हमें कभी नहीं सताते हैं।

• यही नहीं, चांदी की कटोरी या चम्मच से शुद्ध शहद का सेवन करने से आपका शरीर विषमुक्त हो जाता है

• ध्यान रहे कि शुद्ध चांदी के लोटे से दूध, दही, घी, शहद, शक्कर (पंचामृत) सोमवार के दिन भगवान शिव को अर्पण अगर आफ करते हैं, तो आपके शरीर के सारे रोग खत्म हो जाते हैं, मन शांत हो जाता है और ग्रहों की अशुभ दशा भी शुभ में बदल जाती हैं।

चांदी का प्रयोग करने से पहले बरतें यह 7 सावधानियां

• सबसे पहली बात याद रखें कि चांदी जितनी शुद्ध होगी आपके लिए उतना ही अच्छा होगा।

• आप चांदी के साथ सोना मिश्रित करके विशेष दशाओं में भी पहन सकते है।

• सोने के अलावा चांदी में कोई अन्य धातु भूलकर भी ना मिलाएं।

• चांदी के बर्तनों को हमेशा साफ़ करते रहें और तभी उनका प्रयोग करें।

• जान लें कि जिन लोगों को भावनात्मक समस्याएं ज्यादा हैं, उन्हें चांदी के प्रयोग में सावधानी रखनी बेहद ज़रूरी है।

• बता दें कि कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए चांदी हमेशा उत्तम मानी जाती है।

• दूसरी ओर, मेष, सिंह और धनु राशि के लिए चांदी बहुत अनुकूल नहीं होती है।

दोस्तों, अगर आप भी चांदी का इस्तेमाल करने की सोच रहे हैं तो वेद संसार द्वारा बताए गए नियम और सावधानियां को ज़रूर याद रखें क्योंकि तभी आप चांदी का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा पाएंगे।

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